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8 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका संयुक्त मंच के बैनर तले 16 फरवरी को जशपुर मुख्याल में करेंगे हड़ताल, क्या है 8 सूत्रीय मांगे ? ये है उनकी 8 सूत्रीय मांगे,

रिपोर्टर- गुलाब यादव

जशपुर।प्रदेश स्तरीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के आव्हान पर जशपुर में 16 फरवरी को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका हड़ताल पर रहेंगे। इनके हड़ताल पर चले जाने के कारण शुक्रवार को जशपुर जिले के परियोजना के एक भी आंगनबाड़ी नहीं खुलेंगे। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका जशपुर जिला मुख्यालय रणजीता स्टेडियम के पास सुबह 11 बजे से धरना प्रदर्शन करेंगे, धरना प्रदर्शन के बाद अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर जशपुर कलेक्टर के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपेंगे। जशपुर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संघ जिला अध्यक्ष कविता यादव ने बताया कि ये धरना प्रदर्शन एक दिवसीय है, अगर राज्य सरकार और केंद्र सरकार हमारी मांगो पर विचार नहीं करेगी तो आने वाले दिनों में हम सभी प्रदेश स्तर पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठेंगे हड़ताल करेंगे।

ये है उनकी 8 सूत्रीय मांगे

1. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिनी और सहायिकाओं को शिक्षा कर्मियों, पंचायत कर्मियों की तरह नीति निर्धारण कर शासकीय कर्मचारी घोषित किया जावे एवं नर्सरी शिक्षक के पद पर उन्नयन किया जावे।

2. शासकीय कर्मचारी घोषित किये जाने तक श्रम कानून के तहत न्यूनतम पारिश्रमिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मिनी कार्यकर्ता को कम से कम प्रतिमाह 21000/- और सहायिका बहनों को कार्यकर्ता के मानदेय 21000/- का 85 प्रतिशत राशि 17850/- स्वीकृत किया जावे।

3. मिनी आंगनबाड़ी केन्द्रों को निःशर्त पूर्ण आंगनबाड़ी बनाया जावे। तब तक समान काम का समान वेतन दिया जावे।

4. समाजिक सुरक्षा के रूप में आंगनबाड़ी/मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 05 लाख ग्रेज्युवेटी और 10000/- मासिक पेंशन इसी तरह से सहायिकाओं को इसका 85 प्रतिशत के अनुपात में रूपये 04 लाख 25 हजार ग्रेज्युवेटी और 08 हजार 05 सौ मासिक पेंशन और समूह बीमा का लाभ देने हेतु नीति निर्धारण किया जावे।

5. सुपरवाईजर के रिक्त शत प्रतिशत पदों पर कार्यकर्ता को बिना उम्र बंधन और परीक्षा के सीधे पदोन्नति दिया जावे। इसी तरह कार्यकर्ता के रिक्त शत् प्रतिषत पदो पर सहायिकाओं को पदोन्नत किया जावे और इस हेतु विभागीय सेवा भर्ती नियम में आवश्यक संशोधन किया जावे।

6. क्रेश कार्यकर्ताओं को कार्यकर्ता के पद पर समायोजित किया जावे।

7. कार्यकर्ता सहायिकाओं के आकस्मिक मृत्यु होने पर परिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान किया जावे।

8. गरम खाना बनाने हेतु प्रत्येक केन्द्र में गैस सिलेण्डर प्रदाय किया जावे और खाली होने पर रिफिलिंग विभाग की ओर से किया जावे।

AKHAND BHARAT NEWS

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